प्रवेश लेने की विधि -
सभी विद्याथीं जो इस महाविद्यालय में प्रवेश के लिये इच्छुक हों या वे उत्तीर्ण होकर आगामी कक्षा में प्रवेश पाना चाहते हों, इस विवरण पुस्तिका के साथ संलग्न आवेदन पत्र को पूर्ण रूप से भरकर कार्यालय में निर्धारित तिथि तक प्रस्तुत करेंगे। विशेष परिस्थितियों में यदि इस तिथि में वृद्धि की गई तो उस आशय की सूचना, महाविद्यालय के सूचना फलक पर लगा दी जावेगी ।छात्र स्वयं आवेदन पत्र भरेंगे /छात्राओं को साक्षात्कार हेतु प्रवेश समिति के सदस्यों के समक्ष मूल प्रमाण-पत्रों सहित उपस्थित होना होगा जो छात्र/छात्राएँ साक्षात्कार हेतु उपस्थित नहीं होंगे, उनको प्रवेश नहीं दिया जावेगा। जिन छात्रों को प्रवेश के योग्य समझा जावेगा, उनके नाम सूचना फलक पर प्रकाशित होणे तिब वे शुल्क जमा कर प्रवेश प्राप्त कर सकेंगे।
आवेदन पत्र के साथ प्रत्येक छात्र को निम्न प्रमाण-पत्र आदि संलग्न करना चाहिये -
1. जहाँ कोई विद्यार्थी पिछले सत्र में पढ़ता था, वहाँ का मूल स्थानान्तरण प्रमाण-पत्र एवं चरित्र प्रमाण-पत्र।।
2. पिछली परीक्षाओं की अंकसूची की राजपत्रित अधिकारी द्वारा प्रमाणित सत्य प्रतिलिपि (10 वीं, 12 वीं) ।
3. प्रवासी सर्टिफिकेट (अन्य विश्वविद्यालय या बोर्ड से आने वाले आवेदक के लिये) ।
4. प्रार्थी अगर पेशे में हो तो अपने वरिष्ठ अधिकारी का अनुमति पत्र / प्रमाण-पत्र ।
5. यदि पिछली परीक्षा स्वाध्यायी परीक्षा के रूप में उत्तीर्ण की हो तो राजपत्रिक अधिकारी से ताजा चरित्र प्रमाण-पत्र |
6. शिक्षा शुल्क में छूट चाहने वालों के लिये सम्बन्धित प्रमाण-पत्र । (जाति आदि अन्य)
7. अधिभार पाने हेतु उपयुक्त प्रमाण-पत्र की प्रमाणित सत्य प्रतिलिपि । (एन.सी.सी., एन. एस.एस., खेलकूद) की किल्ला
8. पात्रता प्रमाण-पत्र (अन्य विश्वविद्यालय या बोर्ड से आने वाले आवेदक के लिये)
नोट :
1. छात्र/छात्राएँ अलग-अलग विषय के लिये अलग-अलग आवेदन करेंगे।
2. अपूर्ण अथवा वांछित प्रमाण-पत्रों से रहित तथा अन्तिम तिथि के बाद प्रस्तुत होने वाले आवेदन पत्रों पर विचार नहीं किया जावेगा ।
3. प्रत्येक छात्र स्वयं व्यक्तिगत रूप से प्रवेश सम्बन्धी कार्य पूर्ण करेगा तथा अपना शुल्क भी स्वयं जमा करेगा ।प्रत्येक छात्र से केवल
उसी का शुल्क स्वीकार किया जावेगा ।
4. प्रवेश सम्बन्धी सभी सूचनाएं छात्र स्वयं सूचना फलक पर देखें ।।
5. अस्थायी प्रवेश विशेष परिस्थिति में दिया जावेगा, परन्तु निर्धारित अवधि तक प्रवेश को स्थायी करा लेने का उत्तरदायित्व छात्र का होगा । अन्यथा प्रवेश अपने आप निरस्त हो जायेगा।
6. प्रत्येक विद्यार्थी को गुरू घासीदास विश्वविद्यालय में अपना नामिनेशन करना आवश्यक है ।और जो विद्यार्थी नहीं करा सकेंगे, चाहे
कुछ भी कारण क्यों न हो, उनको विश्वविद्यालयीन परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जायेगी और उनके द्वारा प्रदत्त महाविद्यालय का कोई भी शुल्क वापस नहीं किया जावेगा |महाविद्यालय इस प्रकार की किसी असावधानी के लिये उत्तरदायी नहीं होगा । जब
तक छात्र को नामांकन क्रमांक प्राप्त नहीं हो जाता, प्रवेश अस्थायी माना जावेगा ।
7. प्राचार्य को यह अधिकार है कि वह बिना कारण बताये किसी भी विद्यार्थी को प्रवेश देने के लिये मना कर दें ।इस विषय में कोई भी
कानूनी कार्यवाही करने का हक किसी भी व्यक्ति को नहीं होगा ।
8. प्रत्येक विद्यार्थी को अपना नाम, अपने विषय, कक्षा, पुस्तकालय, एन.सी.सी. यूनिट एवं खेलकूद के रजिस्टरों में लिखवाने के लिये
प्रवेश प्राप्ति के बाद सम्बगन्धित अधिकारी को अपने प्रवेश पत्र दिखाना होगा, तभी उसका नाम सम्बन्धित रजिस्टरों में अंकित किया जावेगा ।